हम अपने आसपास के अलग-अलग सस्थानों : डिग्री कॉलेज, स्कूल, स्वास्थ्य केंद्रों, आईटीआई , अन्य सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों जैसे ग्राम पंचायत, महिला मंडल, आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ता और स्थानीय युवा मंचों और क्लबों में जाकर जेंडर, यौनिकता और पितृसत्ता के मुद्दों पर बात करते हैं। गैर-शहरी/ ग्रामीण हिमाचल में जहां हम काम कर रहे हैं, यहां जागरूकता शुरू करने के लिए यह ज़रूरी है कि हम बहुत सारे युवाओं के साथ काम करें। हमारा मानना है कि हमारे युवा ही आने वाला भविष्य हैं जिन्हें गहरी जड़ें जमानेवाली कंडीशनिंग एक ऐसी दिशा में ले जा सकती है जहां असमानता और समावेशी लेंस गैर-मौजूद हो।
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